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Saturday, October 13, 2018

हमारे दो ही रिश्तेदार इक हमारे बाँके बिहारी दूजे लखदातार, hamare do rishtey dar ik hamare banke bihari duje lakh daatar

इक हमारे बांके बिहारी दूजे लख दातार,
हमारे दो ही रिश्तेदार,

इक बजावे मधुर मुरलियां इक कहावे सेठ सवारिया,
इक है राजा है वृदावन के इक है  खाटू के सरकार,
हमारे दो ही रिश्तेदार.............

देख बनाके रिश्तेदारी कट जाये तेरी विपदा सारी,
इक भरे भंडार सभी के इक करे भव पार,
हमारे दो ही रिश्तेदार.....


इक है श्री हरिदास दुलारे ,दूजे है हरे के सहारे,
इक चरावे वन वन गैयाँ, इक नीले के असवार
हमारे दो ही रिश्तेदार.......

मान रविंदर गुरु जी का कहना जो तुमको सुख से है रहना,
कुंज बिहारी रटते रहियो ओ पागल के यार
हमारे दो ही रिश्तेदार...
⍇⍈Shyam bhajan

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