लिखने वाले ने लिख डाला, मिटा ना कोई पाया।
बिगड़ी बनाने वाले बाबा, तेरी शरण में आया ।।
।। अन्तरा ।।
राजाओं के राज हो तुम, भीख माँगने वाले हैं हम।
देने वाला ये ना सोचे, माँगने कौन है आया।।
बिगड़ी बनाने वाले...................।।1।।
किसकी लाऊँ बाबा सिफारिस, मेरी तुमसे यही है गुजारिस।
तेरा दर अब आखिरी दर है, सोच के ये ही आया।।
बिगड़ी बनाने वाले...................।।2।।
एक नजर जिस पर भी डाले, वक्त बदलते देर ना लागे।
‘बनवारी’ मैं भटक भटक कर, सही जगह पर आया।।
बिगड़ी बनाने वाले...................।।3।।
Super bhajan
ReplyDeleteJay sree shyam 🙏🙏🙏
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